NaradSandesh।। फरीदाबाद, 3 अक्टूबर: हड़ताली आशा वर्करों ने मंगलवार को एनएच 5 में थाली बजाते हुए आक्रोश रैली निकाली। रैली से पूर्व हड़ताली आशा वर्कर नगर निगम मुख्यालय बीके चौक पर एकत्रित हुई और वहां से बड़खल विधानसभा क्षेत्र की विधायक सीमा त्रिखा के आफिस के लिए कूच किया। रैली एनएच 5 की मार्केट से होते हुए केएल मेहता कालेज की रेड लाइट क्रास कर रही थी,उसी समय सीमा त्रिखा के निजी सचिव पहुंचे। आशा वर्करों ने सीमा त्रिखा के नाम संबोधित ज्ञापन उनके निजी सचिव को सौंपा और आवश्यक आगामी कार्यवाही करने की मांग की। निजी सचिव ने आशा वर्करों को आश्वासन दिया कि अगले दो दिन में आशा वर्करों के प्रतिनिधि मंडल से विधायक से मुलाकात करवाई जाएगी। रैली एवं आक्रोश प्रदर्शन की अध्यक्षता रेखा ने की और संचालन अनीता ने किया। प्रदर्शन में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर रेखा, सुशीला चौधरी, पूजा गुप्ता, शाहीन प्रवीण, चंद्र प्रभा, नीलम जोशी, सुशीला मलिक भी मौजूद थे।
आशा वर्करों को नगर निगम मुख्यालय पर संबोधित अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि राज्य की 20 हजार आशा वर्कर, सरकारी कर्मचारी का दर्जा, 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन, इंसेंटिव में 50 प्रतिशत कटौती बहाली, ईएसआई व ईपीएफ की सुविधा देने, रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने और रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेज्यूटी देने आदि मांगों को लेकर 8 अगस्त से हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार के मुखिया और डेमोक्रेटिक होने का दम भरने वाले स्वास्थ्य मंत्री के पास हड़ताली आशा वर्करों से बातचीत करने का समय तक नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी संवादहीन के कारण हड़ताल लंबी खिंचती जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप कर आशा वर्करों की मांगों का समाधान कर हड़ताल खत्म करवाने का आग्रह किया। आशा वर्कर यूनियन की जिला उपाध्यक्ष रेखा व सुशीला चौधरी ने कहा कि आशा वर्कर केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा व सभी विधायकों के आवास/आफिस पर पहुंच कर अपनी मांगों के ज्ञापन सौंप चुकी है और 25 सितंबर को जेल भरो आंदोलन के तहत सामूहिक गिरफ्तारियां दे चुके हैं। लेकिन किसी भी मंत्री एवं विधायक ने आशाओं की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हम इसको याद रखेंगे और चुनावों के समय मंत्री एवं विधायकों इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। सीटू के अध्यक्ष निरंतर पाराशर ने कहा कि आगामी चुनावों में भाजपा जजपा को आशा वर्करों एवं उनके परिजनों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।